ट्विटर ने उपराष्ट्रपति नायडू के हैंडल से हटाया 'ब्लू टिक'
माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट को अनवेरिफाइड कर उससे ब्लू टिक हटा दिया है।
मइक्रोब्लॉगिंग साइट और केंद्र के बीच विवाद गहराता जा रहा है। सोशल मीडिया की नई गाइडलाइंस लागू नहीं करने को लेकर पिछले दिनों से टि्वटर अकाउंट की नई पॉलिसी को लेकर बवाल मचा हुआ है इसी बीच कंपनी ने एक और विवाद को जन्म दे दिया है। ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट को अनवेरिफाइड कर उससे ब्लू टिक हटा दिया है। इस खबर को लेकर लोगों ने इस कंपनी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। भारत के राजनीतिक पार्टी एवं नेताओं ने कहा कि ट्विटर ने उपराष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटाकर भारत के संविधान पर हमला बोला है। हालांकि कई यूजर्स का कहना है कि काफी लंबे समय से यह एक्टिव नहीं था इसलिए कंपनी ने अनवेरिफाइड किया है।
ट्विटर की शर्तों के मुताबिक यदि कोई यूजर्स अपने हैंडल का नाम बदलता है या किसी का अकाउंट डेड और अधूरा हो जाता है। इसके अलावा यूजर शुरू में जिस नाम से जो अपना अकाउंट बनाया था, उस दौरान कंपनी की ओर सत्यापित किया गया था, लेकिन काफी समय बाद भी निष्क्रिय है तो उस स्थिति में कंपनी उसे अनवेरिफाइड कर देती है।
ट्विटर भारत सरकार की सोशल मीडिया कई नई गाइडलाइन मानने को तैयार हो गया है। बीते दिनों ट्विटर ने दिल्ली हाई कोर्ट में बताया कि उसने सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 का अनुपालन कर लिया है और 28 मई को ही उसने शिकायत अधिकारी को भी नियुक्त कर दिया है।