कोविड के मद्देनजर इविवि प्रशासन ने इस साल स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा प्रमोट छल करने का निर्णय लिया। वहीं, पिछले वर्ष स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी प्रमोट किए गए थे। इस साल तृतीय वर्ष के छात्रों की मार्कशीट तो जारी हो गई, क्योंकि उन्होंने प्रथम वर्ष की परीक्षा दी थी और इसी आधार पर द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के अंकों का निर्धारण किया गया, लेकिन इस साल द्वितीय से तृतीय वर्ष में प्रमोट किए गए छात्रों की मार्कशीट तैयार करने में पेच फंसेगा। वजह यह कि इस बार जिन छात्रों को द्वितीय से तृतीय वर्ष में प्रमोट किया गया है, उन्हें पिछले वर्ष यानी स्नातक प्रथम वर्ष में भी प्रमोशन मिला था। इन छात्रों ने दो वर्ष से कोई परीक्षा नहीं दी है। स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रम में तीन विषय होते हैं, जबकि तृतीय वर्ष में दो विषय होते ' हैं और छात्रों को कोई एक विषय छोड़ना पड़ता है। तृतीय वर्ष में प्रमोट किए गए छात्रों को अगले साल स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा देनी होगी।
सवाल यह है कि तृतीय वर्ष की परीक्षा में दोनों विषयों में मिलने वाले अंकों के आधार पर प्रथम एवं द्वितीय वर्ष का रिजल्ट किस आधार पर तैयार होगा, क्योंकि जो विषय छात्रों ने तृतीय वर्ष में छोड़ दिया है और अगले साल उसकी परीक्षा नहीं देंगे, स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के लिए उन विषयों के अंकों का निर्धारण कैसे होगा। प्रमोशन मिलने के कारण छात्रों ने प्रथम एवं द्वितीय वर्ष में कोई परीक्षा दी नहीं, ऐसे में इविवि प्रशासन के लिए द्वितीय से तृतीय वर्ष में प्रमोट किए गए छात्र-छात्राओं की मार्कशीट तैयार कर पाना मुश्किल होगा।